संगीत जहां एक और आत्मा की धरोहर है,वहीं दूसरी और परम पिता की ब्लेसिंग भी है,जो निरन्तर सृष्टि के सृजन से ही गूंज रही है।
गुरमीत सिंह
- आनंद के रंग,परमात्मा के संग गुरमीत सिंह
- रिश्ते…एक कठिन पहेली। गुरमीत सिंह
- शिवत्व में विलीन,आनंद की राह …..गुरमीत सिंह
- 2022 Not much to write about myself I think.
- Nothing to write about myself really.
Very true. Waiting for full content.